Saturday, July 18, 2020

एएमयू छात्र नेता शरजील उस्मानी आज़मगढ़ से गिरफ़्तार

July 9, 2020 

सीएए एनआरसी के विरुद्ध प्रदर्शनों के चलते अलीगढ़ पुलिस ने की गिरफ्तारी 

निहाल अहमद। Twocircles.net 

अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र नेता  शरजील उस्मानी को उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ के शहर सिधरी में उनके घर से गिरफ्तार कर लिया गया है। यह गिरफ्तारी कल रात लगभग 9 बजे की गई थी। शरजील तब अपने मामा के घर थे। सादी वर्दी में पहुंचे 5 पुलिसकर्मियों को एटीएस से बताया जा रहा था। शरजील के परिवार वालों को इस गिरफ्तारी की सूचना नही दी गई थी। अब अलीगढ़ पुलिस ने बताया है कि यह गिरफ्तारी दिसम्बर और जनवरी में सीएए प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा में नामजदगी के चलते हुई है और उन्होंने ही की है ।

कल रात उन्हें गिरफ्तार करने पहुंची पुलिस टीम के बारे उनके भाई अरीब ने बताया था कि, ‘ सादे कपड़े में पांच लोग यहां आए थे जो अपराध शाखा से होने का दावा कर रहे थे. यह पूछने पर कि वे वहां क्यों थे!  उनमें से एक ने कहा था, “आपको जानने की आवश्यकता नहीं है. शरजील जानता है कि हम यहाँ क्यों हैं ”, उस्मानी की ओर इशारा करते हुए, जो उनके साथ था, हाथ बंधे थे और सिर नीचे था. पुलिस ने कथित तौर पर उस्मानी के कमरे को बिना किसी पहचान के दिखाने की मांग की.

अरीब ने बताया था कि कि“उन्होंने उसके लैपटॉप, उसकी सारी किताबें और कपड़े के एक एकांत सेट को जब्त कर लिया था. हम में से प्रत्येक को अपने संबंध बताते हुए, खड़े होकर फोटो खिंचवाने के लिए बताया गया था.

दबिश के दौरान कोई  महिला अधिकारी मौजूद नहीं थी, उन्होंने कहा कि उस्मानी के मायके में परिवार की महिलाएँ कथित रूप से खुद की फोटो खींचने के लिए मजबूर हो गई थीं.

उन्होंने बताया था ‘ हम समझ गए थे कि यह गिरफ्तारी है. शरजील के पिता तारिक उस्मानी ने कहा कि उन्होंने हमें यह नहीं बताया कि उन पर क्या आरोप लगाए जा रहे हैं, उन्होंने हमसे कोई बातचीत नहीं होने दी. अब अलीगढ पुलिस ने इसकी पुष्टि कर दी है.

एक अभिभावक के रूप में, और इससे भी महत्वपूर्ण बात, नागरिकों के रूप में, हमें यह जानने का अधिकार है “, शारजील की मां सीमा उस्मानी ने यह कहते हुए अपनी बात को पति के बात में जोड़ा.

एक स्थानीय  समाचार पत्र को जिले के एडिशनल एसपी (क्राइम) अरविंद कुमार ने बताया है कि गिरफ्तारी लखनऊ पुलिस के आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) ने की थी और पिछले दिसंबर में अलीगढ़ में दर्ज मामले से संबंधित है. पुलिस के अनुसार शरजील उस्मानी उन लोगों में से एक थे, जिन्होंने कैंपस के अंदर एएमयू में सीएए-एनआरसी-एनपीआर के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया था.

पुलिस ने आरोप लगाया है कि छात्रों ने पत्थर फेंके थे और हिंसा फैलाई थी,उस झड़प में 19 पुलिसकर्मी घायल हो गए, जिसके बाद वे विश्वविद्यालय प्रशासन की अनुमति से परिसर में दाखिल हुए. इसके बाद सैकड़ो छात्र पर पुलिस की बर्बरता की बात सामने आई थी।

अपनी ओर से, छात्र पुलिस के दावे का मुकाबला करते हैं और कहते हैं कि पुलिस द्वारा कैंपस के अंदर उन पर हमला किया गया था जिसमें जबरन प्रवेश किया गया था.

हर्ष मंडेर और प्रोफेसर चमन लाल के नेतृत्व में एक टीम द्वारा बनाई गई एक तथ्य-खोज रिपोर्ट ने इस दावे को पुष्ट किया है, और पुलिस पर गंभीर क्रूरता का आरोप लगाया है, विशेष रूप से मॉरिसन बॉयज़ हॉस्टल के अंदर,रिपोर्ट में कहा गया है कि लगभग 100 छात्र घायल हुए जिसमें कम से कम 20 गंभीर रूप से घायल हुए.

एक न्यूज़ वेबसाइट के मुताबिक पुलिस ने उस्मानी और कई अन्य वर्तमान और पूर्व एएमयू छात्रों का नाम मुक़दमा दर्ज किया। सभी पर आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत 307 (हत्या का प्रयास), साथ ही 147 (दंगाई), 148, 149, 153, 188, 189, 332, 336, 504, 506, धारा 7 के तहत अपराध का आरोप लगाया गया है। कानून संशोधन अधिनियम, और सार्वजनिक संपत्ति अधिनियम को नुकसान की रोकथाम की धारा 3 भी लगाई गई है।

हाल ही में, पुलिस ने मामले में एक चार्जशीट या अंतिम रिपोर्ट भी दायर की है,संभवत इन्हीं मामलों में शरजील के ख़िलाफ़ वारंट जारी किए गए।

आज गुरुवार की शाम अलीगढ़ सिविल लाइन थाने के सीओ अनिल सोमानिया ने शरजील की गिरफ्तारी की पुष्टि की है उन्होंने कहा कि “एएमयू के पूर्व छात्र नेता शरजील उस्मानी को गिरफ़्तार कर के आज न्यायालय में पेश किया जा रहा है. इसके विरुद्ध थाना सिविल लाइन पर 4 मुकदमे पंजीकृत हैं. दिसम्बर-जनवरी में जो CAA-NRC को लेकर धरने प्रदर्शन हो रहे थे उसमें ये वांछित चल रहा था.”

अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के भूतपूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष मशकूर अहमद उस्मानी ने शरजील उस्मानी की गिरफ्तारी के संबंध में TwoCircles.net से बात करते हुए कहा कि ” सरकार विरोध के आवाज़ को रोकने की कोशिश कर रही है । छात्र कार्यकर्ता शरजील उस्मानी की हालिया गिरफ्तारी वर्तमान सरकार की अधिनायकवादी प्रवृत्ति को प्रकट करती है । उस्मानी मुसलमान युवक हैं और इस्लामोफोबिया के बढ़ते और भारतीय मुसलमानों के उत्पीड़न के ख़िलाफ़ आवाज उठाते आ रहे हैं. वे भारत में मुसलमानों के ऐतिहासिक और क्रमबद्ध दमन से चिंतित रहे हैं।राज्य की मशीनरी ने, खासकर युवा मुस्लिम कार्यकर्ताओं के विरुद्ध, जो कि सीएए विरोधी विरोध के साथ जुड़े रहे हैं, इन गिरफ्तारियों को प्राथमिकता दी गई है. नागरिक समाज में वाक्पटु स्वर आता है और छात्र समुदाय देश में उभरती तानाशाह के लिए सबसे बड़ा खतरा है । शरजील उस्मानी की इस तरह की गिरफ्तारियों का जोरदार विरोध किया जाना चाहिए और उनके साथ वे सभी गिरफ़्तारियों की तत्काल रिहाई की मांग शुरू की जानी चाहिए” ।

शरजील उस्मानी से पहले कई सीएए कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी हुई है इनमे और शारजील इमाम, सफ़ुरा ज़रगर , उमर खालिद, आसिफ़ इक़बाल तनहा, चंद्रशेखर रावण और मीरान हैदर सहित जैसे नाम शामिल है। छात्र इसे सरकार की दमनकारी नीति मान रहे हैं । 

Email: thenehalahmad@gmail.com Cedit: Twocircles.net July 9, 2020 

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